“Class 11 Physics Chapter 1: Units and Measurements – Comprehensive Study Material for 2025 Annual Exams
April 3, 2025Class 11 Chemistry Chapter 1: Some Basic Concepts of Chemistry – In-Depth Study Material for 2025 Annual Exams
April 3, 2025📘 अध्याय 1: रसायन विज्ञान की कुछ मूल अवधारणाएँ
(Some Basic Concepts of Chemistry)
📚 कक्षा 11 – हिंदी माध्यम
🧪 2025–26 एनसीईआरटी पाठ्यक्रमानुसार
🔶 1.1 रसायन विज्ञान का महत्व
🔹 केन्द्रीय विज्ञान के रूप में रसायन विज्ञान:
- रसायन विज्ञान को “केन्द्रीय विज्ञान” कहा जाता है क्योंकि यह भौतिकी, जीवविज्ञान, भूविज्ञान आदि से जुड़ा हुआ है।
- यह हमें प्राकृतिक घटनाओं को समझने में मदद करता है जैसे: मस्तिष्क की क्रियाएँ, मौसम चक्र, कम्प्यूटर की कार्यप्रणाली आदि।
🔹 दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान का योगदान:
- खाद, साबुन, रंग, एसिड, दवाएँ, पॉलिमर, सौंदर्य प्रसाधन आदि का निर्माण रसायन विज्ञान पर निर्भर करता है।
🔹 रसायन विज्ञान का सामाजिक और आर्थिक महत्व:
- देश की आर्थिक वृद्धि में योगदान
- स्वास्थ्य देखभाल, पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा विकल्प, भोजन उत्पादन आदि क्षेत्रों में उपयोग
🔹 पर्यावरण में भूमिका:
- ओज़ोन-क्षयकारी यौगिकों (CFCs) के सुरक्षित विकल्प
- ग्रीनहाउस गैसों (CO₂, CH₄) के प्रभाव को समझना व नियंत्रण
🔹 भविष्य की आवश्यकताएँ:
- भारत को चाहिए रचनात्मक और कुशल रसायनज्ञ
- जैसे:
- जैवरासायनिक अभिक्रियाओं का विश्लेषण
- एंजाइम-आधारित उत्पादन तकनीक
- नई कृत्रिम सामग्री (सिंथेटिक पदार्थ)
बहुत अच्छा! अब प्रस्तुत है:
🔷 1.2 पदार्थ की प्रकृति
(Nature of Matter)
📌 पदार्थ क्या है?
पदार्थ (Matter) वह है जो:
✅ द्रव्यमान रखता है
✅ स्थान घेरता है
🧾 उदाहरण: किताब, जल, वायु, पौधे, मानव आदि
🧊 1.2.1 पदार्थ की अवस्थाएँ (States of Matter)
अवस्था | आयतन | आकार | कणों की व्यवस्था |
---|---|---|---|
ठोस (Solid) | निश्चित | निश्चित | बहुत पास-पास, व्यवस्थित |
द्रव (Liquid) | निश्चित | अनिश्चित | थोड़ा दूर, गतिशील परंतु बंधित |
गैस (Gas) | अनिश्चित | अनिश्चित | बहुत दूर, पूर्णतया गतिशील |
🔄 अवस्थाओं के बीच परिवर्तन:
- तापमान और दाब में परिवर्तन के द्वारा
🧪 1.2.2 पदार्थ का वर्गीकरण (Classification of Matter)
🔸 रचना के आधार पर दो प्रकार:
1️⃣ शुद्ध पदार्थ (Pure Substances)
- निश्चित संरचना और गुण
- एक ही प्रकार के कण
- तत्व (Element) या यौगिक (Compound)
- भौतिक विधियों से पृथक नहीं किया जा सकता
🧾 उदाहरण: जल, ग्लूकोज़, लोहा
2️⃣ मिश्रण (Mixtures)
- विभिन्न पदार्थों का भौतिक मेल
- रचना परिवर्तनीय होती है
- भौतिक विधियों (निस्यंदन, आसवन) से पृथक किया जा सकता है
🔹 मिश्रण के दो प्रकार:
प्रकार | उदाहरण | विशेषता |
---|---|---|
समांगी (Homogeneous) | चीनी का घोल, वायु | एकसमान रचना, एक ही फेज |
विषमांगी (Heterogeneous) | दूध, मिट्टी, रेत | अलग-अलग भाग, अलग फेज |
⚛️ तत्व बनाम यौगिक (Element vs Compound):
विशेषता | तत्व | यौगिक |
---|---|---|
रचना | केवल एक प्रकार के परमाणु | दो या अधिक प्रकार के परमाणु |
पृथक्करण | और सरल में नहीं तोड़ा जा सकता | रासायनिक विधियों से तोड़ा जा सकता है |
उदाहरण | ऑक्सीजन, लोहा | जल (H₂O), कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) |
शानदार! आइए अब बढ़ते हैं:
🟩 1.3 पदार्थ के गुण तथा उनका मापन
(Properties of Matter and Their Measurement)
📌 पदार्थ के गुण (Properties of Matter):
किसी पदार्थ की पहचान उसके गुणों द्वारा की जाती है। ये दो प्रकार के होते हैं:
1️⃣ भौतिक गुण (Physical Properties)
- ऐसे गुण जिनकी माप करने पर पदार्थ की रासायनिक संरचना नहीं बदलती
- केवल भौतिक अवस्था या रूप में परिवर्तन होता है
🧾 उदाहरण:
रंग, गंध, गलनांक, क्वथनांक, घनत्व, चालकता
2️⃣ रासायनिक गुण (Chemical Properties)
- वे गुण जो किसी पदार्थ के दूसरे पदार्थ में परिवर्तन के दौरान प्रकट होते हैं
- इस परिवर्तन में नई रासायनिक संरचना बनती है
🧾 उदाहरण:
- लोहा का जंग खाना
- हाइड्रोजन का जल के साथ अभिक्रिया कर हाइड्रोक्साइड बनाना
🧮 1.3.1 मापन (Measurement)
📌 किसी भौतिक राशि का मापन =
➡️ एक संख्या (संख्यात्मक मान) + एक मात्रक (Standard unit)
🧾 उदाहरण:
- लंबाई = 5 मीटर
- द्रव्यमान = 2.5 किलोग्राम
🧪 SI इकाइयाँ (अंतर्राष्ट्रीय मात्रक प्रणाली)
राशि का नाम | SI मात्रक | प्रतीक |
---|---|---|
लंबाई | मीटर | m |
द्रव्यमान | किलोग्राम | kg |
समय | सेकंड | s |
तापमान | केल्विन | K |
पदार्थ की मात्रा | मोल | mol |
विद्युत धारा | एम्पियर | A |
ज्योति तीव्रता | कैंडेला | cd |
बहुत बढ़िया! आइए अब विस्तार से देखें:
🟦 1.3.2 मूल एवं व्युत्पन्न मात्रक
(Base and Derived Units)
📌 मूल मात्रक (Base Units):
वे मात्रक जो स्वतंत्र होते हैं और अन्य किसी राशि से व्युत्पन्न नहीं किए जाते।
भौतिक राशि | SI मात्रक | प्रतीक |
---|---|---|
लंबाई | मीटर | m |
द्रव्यमान | किलोग्राम | kg |
समय | सेकंड | s |
तापमान | केल्विन | K |
विद्युत धारा | एम्पियर | A |
पदार्थ की मात्रा | मोल | mol |
ज्योति तीव्रता | कैंडेला | cd |
📌 व्युत्पन्न मात्रक (Derived Units):
वे मात्रक जो मूल मात्रकों के संयोजन से प्राप्त होते हैं।
व्युत्पन्न राशि | सूत्र | SI मात्रक |
---|---|---|
क्षेत्रफल (Area) | लंबाई × चौड़ाई | m² |
आयतन (Volume) | लंबाई × चौड़ाई × ऊँचाई | m³ |
वेग (Velocity) | दूरी / समय | m/s |
घनत्व (Density) | द्रव्यमान / आयतन | kg/m³ |
दाब (Pressure) | बल / क्षेत्रफल | Pa (पास्कल) |
कार्य/ऊर्जा (Work/Energy) | बल × विस्थापन | J (जूल) |
शक्ति (Power) | कार्य / समय | W (वाट) |
🟪 1.3.3 द्रव्यमान और भार (Mass and Weight)
गुण | द्रव्यमान (Mass) | भार (Weight) |
---|---|---|
परिभाषा | वस्तु में उपस्थित पदार्थ की मात्रा | गुरुत्वाकर्षण के कारण लगने वाला बल |
SI मात्रक | किलोग्राम (kg) | न्यूटन (N) |
परिवर्तनशीलता | हर स्थान पर समान | स्थान के अनुसार बदलता है |
उपकरण | तुला (balance) | स्प्रिंग बैलेंस (spring balance) |
📌 भार = द्रव्यमान × गुरुत्व त्वरण
👉 W = mg
🟨 1.3.4 आयतन (Volume)
➡️ आयतन = वस्तु द्वारा घेरा गया स्थान
मात्रक | सम्बन्ध |
---|---|
1 m³ | = 1000 L |
1 dm³ | = 1 L |
1 cm³ | = 1 mL |
1 L | = 1000 mL = 1000 cm³ |
🟧 1.3.5 तापमान (Temperature)
➡️ तापमान → गर्मी की तीव्रता का मापन
➡️ SI मात्रक = केल्विन (K)
तापमान मापनी | प्रतीक | जल का हिमांक | जल का क्वथनांक |
---|---|---|---|
सेल्सियस (Celsius) | °C | 0°C | 100°C |
फॉरेनहाइट (Fahrenheit) | °F | 32°F | 212°F |
केल्विन (Kelvin) | K | 273.15 K | 373.15 K |
📌 रूपांतरण सूत्र:
शानदार! आइए अब आगे बढ़ते हैं:
🟩 1.3.6 घनत्व (Density)
(Density)
📌 घनत्व की परिभाषा:
➡️ किसी वस्तु के एकक आयतन में उपस्थित द्रव्यमान को घनत्व (Density) कहते हैं।
🧪 SI मात्रक:
- किलोग्राम प्रति घन मीटर (kg/m³)
- अन्य सामान्य मात्रक: g/cm³ या g/mL
📌 रूपांतरण:
- 1 g/cm³ = 1000 kg/m³
- 1 mL = 1 cm³
🧮 उदाहरण:
किसी वस्तु का द्रव्यमान = 250 g, आयतन = 200 mL
🟦 1.4 मात्रकों की अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली (The International System of Units)
(SI System of Units)
📌 मात्रकों की आवश्यकता:
- विश्व भर में एकसमान मापन के लिए
- वैज्ञानिक समुदाय में स्पष्टता और एकरूपता के लिए
✅ इसीलिए SI प्रणाली अपनाई गई
🔹 SI प्रणाली की 7 मूल राशियाँ और उनके मात्रक:
भौतिक राशि | SI मात्रक | प्रतीक |
---|---|---|
लंबाई | मीटर (metre) | m |
द्रव्यमान | किलोग्राम | kg |
समय | सेकंड | s |
तापमान | केल्विन | K |
विद्युत धारा | एम्पियर | A |
पदार्थ की मात्रा | मोल | mol |
ज्योति तीव्रता | कैंडेला | cd |
🔹 कुछ व्युत्पन्न मात्रक:
राशि | सूत्र | SI मात्रक |
---|---|---|
क्षेत्रफल | लंबाई × चौड़ाई | m² |
आयतन | लंबाई × चौड़ाई × ऊँचाई | m³ |
चाल/वेग | दूरी / समय | m/s |
घनत्व | द्रव्यमान / आयतन | kg/m³ |
दाब | बल / क्षेत्रफल | पास्कल (Pa) |
ऊर्जा/कार्य | बल × विस्थापन | जूल (Joule, J) |
शक्ति | कार्य / समय | वाट (Watt, W) |
बहुत बढ़िया! आइए अब देखें:
🟨 1.5 मापन में अनिश्चितता
(Uncertainty in Measurement)
📌 मापन में अनिश्चितता क्यों होती है?
- कोई भी मापन पूर्णतः सटीक नहीं होता
- मापक यंत्र की सीमाएँ और व्यक्तिगत त्रुटियाँ इसकी वजह होती हैं
🧠 सटीकता (Accuracy) बनाम शुद्धता (Precision)
विशेषता | विवरण |
---|---|
सटीकता | माप का सही/वास्तविक मान के कितना पास है |
शुद्धता | बार-बार माप लेने पर मान एक-दूसरे के कितने पास हैं |
📌 किसी मापन में सटीकता हो सकती है, लेकिन शुद्धता नहीं — और इसका उल्टा भी संभव है
🧪 उदाहरण:
वास्तविक द्रव्यमान = 5.0 g
माप | विश्लेषण |
---|---|
5.3 g, 5.2 g, 5.3 g → | शुद्धता है पर सटीकता नहीं ❌ |
5.0 g, 5.0 g, 5.0 g → | सटीकता और शुद्धता दोनों ✅ |
⚠️ त्रुटियों के प्रकार:
1️⃣ प्रणालीगत त्रुटियाँ (Systematic Errors)
- एक निश्चित दिशा में होती हैं
- कारण: उपकरण की खराबी, गलत विधि, पर्यवेक्षक की आदत
🧾 उदाहरण: बैलेंस की ‘ज़ीरो एरर’
2️⃣ यादृच्छिक त्रुटियाँ (Random Errors)
- अचानक और अनियमित होती हैं
- कारण: पर्यावरणीय बदलाव, मानसिक त्रुटियाँ
🧾 उदाहरण: टाइमर की देर-सबेर स्टार्टिंग
3️⃣ सकल त्रुटियाँ (Gross Errors)
- मानव गलतियों के कारण
🧾 जैसे: गलत रीडिंग लेना, गलती से अंक लिखना
🟩 1.6 सार्थक अंक (Significant Figures)
(Significant Figures)
📌 परिभाषा:
किसी मापन में वे अंक जो उसकी सटीकता और विश्वसनीयता को दर्शाते हैं, सार्थक अंक कहलाते हैं।
🔹 यह होते हैं:
✅ सभी निश्चित अंक + पहला अनिश्चित अंक
📋 सार्थक अंकों की पहचान के नियम:
नियम | विवरण | उदाहरण |
---|---|---|
1 | सभी गैर-शून्य अंक सार्थक हैं | 345 → 3 अंक |
2 | दो गैर-शून्य अंकों के बीच के शून्य भी सार्थक | 205 → 3 अंक |
3 | दशमलव के पहले के शून्य सार्थक नहीं होते | 0.0025 → 2 अंक |
4 | दशमलव के बाद के शून्य सार्थक होते हैं | 2.500 → 4 अंक |
5 | बिना दशमलव वाले संख्या के अंतिम शून्य असार्थक होते हैं | 2500 → 2 अंक |
बहुत अच्छा! आइए अब आगे बढ़ते हैं:
🟦 1.6.1 गणितीय संक्रियाओं में सार्थक अंकों के नियम
(Rules for Arithmetic Operations with Significant Figures)
➕ (A) जोड़ एवं घटाव (Addition & Subtraction):
📌 नियम:
उत्तर में उतने ही दशमलव स्थान होंगे जितने उस माप में हैं जिसमें सबसे कम दशमलव स्थान हैं।
🧪 उदाहरण:
👉 क्योंकि 18.0 में केवल 1 दशमलव स्थान है
✖️ (B) गुणा एवं भाग (Multiplication & Division):
📌 नियम:
उत्तर में उतने ही सार्थक अंक होंगे जितने उस माप में हैं जिसमें सबसे कम सार्थक अंक हैं।
🧪 उदाहरण:
- 4.56 → 3 सार्थक अंक
- 1.4 → 2 सार्थक अंक
✅ उत्तर में भी केवल 2 सार्थक अंक होने चाहिए
🟨 1.6.2 राउंडिंग ऑफ (Rounding Off the Numbers)
📌 नियम:
1️⃣ यदि हटाया जाने वाला अंक 5 से कम है → पहले अंक को वैसा ही रखें
🔹 उदाहरण: 3.74 → 3.7
2️⃣ यदि हटाया जाने वाला अंक 5 से अधिक है → पहले अंक को 1 बढ़ाएं
🔹 उदाहरण: 3.78 → 3.8
3️⃣ यदि हटाया जाने वाला अंक 5 है:
- अगर पहले अंक even है → कोई परिवर्तन नहीं
- अगर odd है → 1 बढ़ाएं
🧾 उदाहरण:
- 3.75 → 3.8 (5 के बाद 7 → बढ़ाया)
- 3.65 → 3.6 (5 के पहले 6 → even → कोई बदलाव नहीं)
बहुत शानदार! आइए अब देखें:
🟩 1.6.3 गणनात्मक अनिश्चितता का निर्धारण
(Determining Uncertainty in Calculated Results)
📌 उद्देश्य:
जब मापित मानों का उपयोग गणनाओं में किया जाता है, तो अंतिम उत्तर में उत्पन्न अनिश्चितता (uncertainty) को कैसे निकाला जाए।
🧪 उदाहरण:
- लंबाई cm
- चौड़ाई cm
➡️ क्षेत्रफल = cm²
अब:
➡️ कुल सापेक्ष त्रुटि =
✅ अंतिम उत्तर:
⚠️ टिप:
- बहु-चरणीय गणना में बीच के चरणों में एक अतिरिक्त अंक रखें
- अंतिम उत्तर में ही गोल करें
👉 इससे त्रुटियाँ कम होंगी और उत्तर अधिक सटीक होगा
🟦 1.7 रासायनिक संयोजन के नियम
(Laws of Chemical Combinations)
🔷 1.7.1 द्रव्यमान संरक्षण का नियम (Law of Conservation of Mass)
➡️ रासायनिक अभिक्रिया में कुल द्रव्यमान अपरिवर्तित रहता है
📌 न तो द्रव्यमान उत्पन्न होता है, न ही नष्ट होता है
📖 प्रस्तावक: लाव्वाज़िए (Lavoisier), 1789
🧪 उदाहरण:
🔷 1.7.2 निश्चित अनुपात का नियम (Law of Definite Proportions)
➡️ किसी यौगिक में उपस्थित तत्व हमेशा निश्चित द्रव्यमान अनुपात में होते हैं
📖 प्रस्तावक: जोसेफ प्रूस्त (Joseph Proust), 1799
🧪 उदाहरण:
जल (H₂O) में H:O का अनुपात = 2:16 = 1:8 (हमेशा)
🔷 1.7.3 अनेक गुणन अनुपात का नियम (Law of Multiple Proportions)
➡️ यदि दो तत्व एक से अधिक यौगिक बनाते हैं, तो एक तत्व के निश्चित द्रव्यमान के साथ दूसरे तत्वों के द्रव्यमान में एक सरल अनुपात होता है।
📖 प्रस्तावक: जॉन डाल्टन (John Dalton), 1803
🧪 उदाहरण:
- CO → 12g C + 16g O
- CO₂ → 12g C + 32g O
⇒ O का अनुपात = 16:32 = 1:2
🔷 1.7.4 गैसीय आयतन का नियम (Gay Lussac’s Law of Gaseous Volumes)
➡️ गैसें, समान ताप एवं दाब पर, सरल अनुपातों में अभिक्रिया करती हैं।
🧪 उदाहरण:
🔷 1.7.5 एवोगैड्रो का नियम (Avogadro’s Law)
➡️ समान ताप और दाब पर, समान आयतन की गैसों में समान संख्या में अणु होते हैं।
📌 आधार: 1 मोल गैस → 22.4 L (STP पर)
बहुत बढ़िया! आइए अब आगे बढ़ते हैं:
⚛️ 1.8 डाल्टन का परमाणु सिद्धांत
(Dalton’s Atomic Theory)
📌 प्रस्तावक:
जॉन डाल्टन (John Dalton) – वर्ष 1808 में
🔷 मुख्य सिद्धांत (Postulates):
- सभी पदार्थ परमाणुओं से बने होते हैं, जो अत्यंत सूक्ष्म और अविभाज्य होते हैं।
- एक ही तत्व के सभी परमाणु रूप, आकार, द्रव्यमान और रासायनिक गुणों में समान होते हैं।
- भिन्न-भिन्न तत्वों के परमाणु भिन्न-भिन्न होते हैं।
- यौगिक निश्चित और पूर्ण संख्या में परमाणुओं के संयोग से बनते हैं।
- रासायनिक अभिक्रियाओं में परमाणुओं का केवल पुनः संयोजन होता है — परमाणु न तो उत्पन्न होते हैं और न ही नष्ट।
🎯 महत्व:
- इस सिद्धांत ने रासायनिक संयोजन के नियमों को वैज्ञानिक आधार दिया
- आधुनिक रसायन विज्ञान की नींव रखी
⚠️ सीमाएँ (Limitations):
डॉ. डाल्टन का कथन | आधुनिक खोजें |
---|---|
परमाणु अविभाज्य होते हैं | परमाणु में प्रोटॉन, न्यूट्रॉन, इलेक्ट्रॉन होते हैं |
सभी परमाणु एक जैसे होते हैं (एक तत्व में) | समस्थानिक (Isotopes) होते हैं |
यौगिकों के परमाणु पूर्ण संख्या में जुड़ते हैं | कुछ यौगिकों में अणु अंशात्मक अनुपात में होते हैं (CO और CO₂) |
⚛️ 1.9 परमाणु द्रव्यमान एवं अणु द्रव्यमान
(Atomic and Molecular Masses)
🔷 1.9.1 परमाणु द्रव्यमान (Atomic Mass)
➡️ किसी तत्व के परमाणु का द्रव्यमान, कार्बन-12 के 1/12 भाग के सापेक्ष व्यक्त किया जाता है।
📌 अब इसे u (unified mass unit) से दर्शाया जाता है।
🧾 कुछ तत्वों के परमाणु द्रव्यमान:
तत्व | परमाणु द्रव्यमान (u) |
---|---|
हाइड्रोजन | 1.008 u |
ऑक्सीजन | 16.00 u |
कार्बन | 12.00 u |
🔷 1.9.2 अणु द्रव्यमान (Molecular Mass)
➡️ किसी अणु में उपस्थित सभी परमाणुओं के परमाणु द्रव्यमानों का योग = अणु द्रव्यमान
🧪 उदाहरण:
- जल (H₂O) = 2 × 1.008 + 16.00 = 18.016 u
- कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) = 12.00 + 2 × 16.00 = 44.00 u
बहुत सुंदर! आइए अब हम अंतिम महत्वपूर्ण भागों की ओर बढ़ते हैं:
🧮 1.10 मोल संकल्पना एवं मोलर द्रव्यमान
(Mole Concept and Molar Mass)
📌 मोल (Mole) क्या है?
मोल वह मात्रक है जो किसी पदार्थ में उपस्थित परमाणुओं, अणुओं या आयनों की संख्या को दर्शाता है।
📌 1 मोल = 6.022 × 10²³ कण
(इसे एवोगैड्रो संख्या (NA) कहते हैं)
🔸 मुख्य सूत्र:
क्या निकालना है | सूत्र |
---|---|
मोल की संख्या (n) | |
कणों की संख्या | |
गैस का आयतन (STP पर) |
📌 STP = मानक ताप व दाब (0°C, 1 atm)
🧮 उदाहरण:
यदि 18 g जल (H₂O) हो, तो उसमें कितने अणु होंगे?
- मोलर द्रव्यमान = 18 g/mol
- मोल = 18 ÷ 18 = 1 mol
- कण = अणु
✅ उत्तर: 6.022 × 10²³ अणु
📦 मोलर द्रव्यमान (Molar Mass):
➡️ किसी पदार्थ के 1 मोल का द्रव्यमान (g में)
🧾 उदाहरण:
- H₂O का मोलर द्रव्यमान = 18 g/mol
- CO₂ का मोलर द्रव्यमान = 44 g/mol
🧾 1.11 प्रतिशत संरचना (Percentage Composition)
(Percentage Composition)
📌 परिभाषा:
किसी यौगिक में उपस्थित प्रत्येक तत्व का द्रव्यमान प्रतिशत, उस यौगिक की 100g मात्रा में कितना है — यह दर्शाता है।
🔸 सूत्र:
🧪 उदाहरण: जल (H₂O)
- मोलर द्रव्यमान = 18 g
- H = 2 × 1 = 2 g
- O = 16 g
✅ कुल = 100%
बहुत बढ़िया! आइए अब अध्याय 1 के अंतिम दो भागों को विस्तार से समझते हैं:
📏 1.12 अनुभविक एवं आणविक सूत्र
(Empirical and Molecular Formula)
🔹 अनुभविक सूत्र (Empirical Formula):
➡️ यौगिक में उपस्थित तत्वों के सरलतम पूर्णांक अनुपात को दर्शाता है।
🧾 यह केवल अनुपात बताता है, असली संख्या नहीं।
🔹 आणविक सूत्र (Molecular Formula):
➡️ यौगिक में प्रत्येक तत्व के वास्तविक परमाणुओं की संख्या को दर्शाता है।
🧾 यह अनुभविक सूत्र का गुणज (multiple) होता है।
📌 संबंध:
जहाँ,
🧪 उदाहरण: ग्लूकोज़ (C₆H₁₂O₆)
- अनुभविक सूत्र = CH₂O
- अनुभविक द्रव्यमान = 30 g
- मोलर द्रव्यमान = 180 g
⚖️ 1.13 स्टोइकियोमिति एवं इससे संबंधित गणनाएँ
(Stoichiometry and Calculations Based on It)
📌 स्टोइकियोमिति क्या है?
➡️ यह रसायन विज्ञान की वह शाखा है जो रासायनिक समीकरणों में अवयवों के मात्रात्मक संबंधों का अध्ययन करती है।
🔹 उदाहरण:
पदार्थ | मोल अनुपात | द्रव्यमान (g) |
---|---|---|
H₂ | 2 | 2 × 2 = 4 g |
O₂ | 1 | 1 × 32 = 32 g |
H₂O | 2 | 2 × 18 = 36 g |
✅ समीकरण संतुलित है → द्रव्यमान का संरक्षण हो रहा है
🧮 प्रश्न:
यदि 5 g कार्बन को अधिक मात्रा में ऑक्सीजन में जलाया जाए, तो कितनी मात्रा में CO₂ बनेगी?
समीकरण:
- C का मोलर द्रव्यमान = 12 g
- मोल = 5 / 12 ≈ 0.417 mol
- CO₂ का मोलर द्रव्यमान = 44 g
✅ उत्तर: 18.35 g CO₂