Chapter 03 pahalee boond Solutions
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मेरी समझ से (Page no. 39)
(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सही उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (⭐) बनाइए—
Q1. सुल्तान के छीने जाने का बाबा भारती पर क्या प्रभाव हुआ?
बाबा भारती के मन से चोरी का डर समाप्त हो गया
बाबा भारती ने गरीबों की सहायता करना बंद कर दिया
बाबा भारती ने द्वार बंद करना छोड़ दिया
बाबा भारती असावधान हो गए
उत्तर: बाबा भारती असावधान हो गए
Q2. “बाबा भारती भी मनुष्य ही थे।” इस कथन के समर्थन में लेखक ने कौन-सा तर्क दिया है?
बाबा भारती ने डाकू को घमंड से घोड़ा दिखाया
बाबा भारती घोड़े की प्रशंसा दूसरों से सुनने के लिए व्याकुल थे
बाबा भारती को घोड़े से अत्यधिक लगाव और मोह था
बाबा भारती हर पल घोड़े की रखवाली करते रहते थे
उत्तर: बाबा भारती घोड़े की प्रशंसा दूसरों से सुनने के लिए व्याकुल थे
(ख) अब अपने मित्रों के साथ चर्चा कीजिए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?
Ans: (छात्र अपनी व्यक्तिगत प्रतिक्रियाएँ देंगे और चर्चा करेंगे)
शीर्षक (Page no. 40)
Q1. आपने अभी जो कहानी पढ़ी है, इसका नाम सुदर्शन ने ‘हार की जीत’ रखा है। अपने समूह में चर्चा करके लिखिए कि उन्होंने इस कहानी को यह नाम क्यों दिया होगा? अपने उत्तर का कारण भी लिखिए।
Ans: सुदर्शन ने इस कहानी को ‘हार की जीत’ इसलिए नाम दिया होगा क्योंकि बाबा भारती ने खड्गसिंह से घोड़ा खो दिया लेकिन उन्होंने खड्गसिंह को ऐसा संदेश दिया जिससे खड्गसिंह ने घोड़ा वापस कर दिया। यह वास्तव में बाबा भारती की नैतिक जीत थी, भले ही उन्होंने भौतिक रूप से हार मान ली थी।
Q2. यदि आपको इस कहानी को कोई अन्य नाम देना हो तो क्या नाम देंगे? आपने यह नाम क्यों सोचा, यह भी बताइए।
Ans: मैं इस कहानी को “विश्वास की शक्ति” नाम दूंगा क्योंकि कहानी का मुख्य संदेश विश्वास की शक्ति और ईमानदारी के महत्व को दर्शाता है।
Q3. बाबा भारती ने डाकू खड्गसिंह से कौन-सा वचन लिया?
Ans: बाबा भारती ने डाकू खड्गसिंह से यह वचन लिया कि वह इस घटना को किसी के सामने प्रकट नहीं करेगा ताकि लोगों का गरीबों पर से विश्वास न उठ जाए।
पंक्तियों पर चर्चा (Page no. 40)
Q1. “भगवत-भजन से जो समय बचता, वह घोड़े को अर्पण हो जाता।”
Ans: इसका अर्थ है कि बाबा भारती अपना अधिकांश समय भगवान के भजन में व्यतीत करते थे और जो समय बचता था, वह अपने प्रिय घोड़े सुल्तान की देखभाल में लगाते थे।
Q2. “बाबा ने घोड़ा दिखाया घमंड से, खड्गसिंह ने घोड़ा देखा आश्चर्य से।”
Ans: इसका अर्थ है कि बाबा भारती को अपने घोड़े पर बहुत गर्व था और उन्होंने घोड़ा गर्व से दिखाया, जबकि खड्गसिंह ने घोड़े की सुंदरता और बल देखकर आश्चर्य व्यक्त किया।
Q3. “वह डाकू था और जो वस्तु उसे पसंद आ जाए उस पर अपना अधिकार समझता था।”
Ans: इसका अर्थ है कि खड्गसिंह एक डाकू था और जिसे वह पसंद करता था, उस पर वह अपना अधिकार समझता था और उसे हासिल करने का प्रयास करता था।
Q4. “बाबा भारती ने निकट जाकर उसकी ओर ऐसी आँखों से देखा जैसे बकरा कसाई की ओर देखता है और कहा, यह घोड़ा तुम्हारा हो चुका है।”
Ans: इसका अर्थ है कि बाबा भारती ने खड्गसिंह को दुखी और निराश आँखों से देखा और स्वीकार किया कि अब घोड़ा खड्गसिंह का हो चुका है।
Q5. “उनके पाँव अस्तबल की ओर मुड़े। परंतु फाटक पर पहुँचकर उनको अपनी भूल प्रतीत हुई।”
Ans: इसका अर्थ है कि बाबा भारती घोड़े की देखभाल करने के लिए अस्तबल की ओर बढ़े, लेकिन फाटक पर पहुँचकर उन्हें अपनी भूल का एहसास हुआ और उन्होंने अपने कदम वापस खींच लिए।
सोच-विचार के लिए (Page no. 40)
Q1. “दोनों के आँसुओं का उस भूमि की मिट्टी पर परस्पर मिलन हो गया।”
(a) किस-किस के आँसुओं का मिलन हो गया था?
Ans: बाबा भारती और खड्गसिंह के आँसुओं का मिलन हो गया था।
(b) दोनों के आँसुओं में क्या अंतर था?
Ans: बाबा भारती के आँसू खुशी और राहत के थे क्योंकि उन्हें उनका घोड़ा वापस मिल गया था, जबकि खड्गसिंह के आँसू पश्चाताप और शर्मिंदगी के थे।
दिनचर्या (Page no. 41)
Q1. कहानी पढ़कर आप बाबा भारती के जीवन के विषय में बहुत कुछ जान चुके हैं। अब आप कहानी के आधार पर बाबा भारती की दिनचर्या लिखिए। वे सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक क्या-क्या करते होंगे, लिखिए। इस काम में आप थोड़ा-बहुत अपनी कल्पना का सहारा भी ले सकते हैं।
Ans: बाबा भारती की दिनचर्या कुछ इस प्रकार हो सकती है:
सुबह जल्दी उठकर ठंडे जल से स्नान करना।
भगवान का भजन करना और प्रार्थना करना।
घोड़े सुल्तान की देखभाल करना, उसे खाना खिलाना और उसके साथ समय बिताना।
दिन के समय गाँव के लोगों से मिलना और उनकी समस्याएँ सुनना।
शाम को सुल्तान के साथ घूमने जाना।
रात में भगवान का भजन करते हुए सोना।
Q2. अब आप अपनी दिनचर्या भी लिखिए।
Ans: (छात्र अपनी व्यक्तिगत दिनचर्या लिखेंगे)
कहानी की रचना (Page no. 41)
Q1. इस कहानी की कौन-कौन सी बातें आपको पसंद आई? आपस में चर्चा कीजिए।
Ans:
इस कहानी की कई बातें मुझे बहुत पसंद आईं:
- बाबा भारती का करुणा और दया भाव: कहानी में बाबा भारती का गरीब और अपाहिज व्यक्ति की मदद करने का भाव दर्शाता है कि वे कितने दयालु और करुणावान थे। यह दिखाता है कि सच्ची मानवता क्या होती है।
- खड्गसिंह का परिवर्तन: कहानी का वह भाग जहाँ खड्गसिंह अपने किए पर पछताता है और बाबा भारती का घोड़ा वापस कर देता है, बहुत प्रेरणादायक है। यह दिखाता है कि किसी की सच्चाई और ईमानदारी कैसे एक व्यक्ति को बदल सकती है।
- घोड़े सुल्तान की भूमिका: सुल्तान घोड़े का वर्णन और उसकी विशेषताएँ कहानी में जान डाल देती हैं। यह कहानी के भावनात्मक पहलू को और भी मजबूत बनाता है।
- नैतिक शिक्षा: कहानी में दी गई नैतिक शिक्षा कि सच्चाई और ईमानदारी हमेशा जीतती है, मुझे बहुत पसंद आई। यह हमें सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी हमें अपने सिद्धांतों पर अडिग रहना चाहिए।
- लेखक की भाषा शैली: सुदर्शन की लेखन शैली और संवाद बहुत प्रभावी और सजीव हैं। यह कहानी को पढ़ने में अधिक रोचक बनाते हैं।
इन सभी बातों ने मिलकर इस कहानी को बहुत ही रोचक और प्रेरणादायक बना दिया है।
Q2. कोई भी कहानी पाठक को तभी पसंद आती है जब उसे अच्छी तरह लिखा गया हो। लेखक कहानी को अच्छी तरह लिखने के लिए अनेक बातों का ध्यान रखते हैं, जैसे— शब्द, वाक्य, संवाद आदि। इस कहानी में आए संवादों के विषय में अपने विचार लिखें।
Ans: इस कहानी के संवाद सरल, प्रभावी और सजीव हैं। संवादों के माध्यम से पात्रों की भावनाएँ और विचार स्पष्ट रूप से व्यक्त होते हैं, जिससे कहानी में वास्तविकता का अनुभव होता है।
मुहावरे कहानी से (Page no. 41)
Q1. कहानी से चुनकर कुछ महावरे नीचे दिए गए हैं— लट्टू होना, हृदय पर साँप लोटना, फूले न समाना, मुँह मोड़ लेना, मुख खिल जाना, न्योछावर कर देना। कहानी में इन्हें खोजकर इनका प्रयोग समझिए।
Ans:
लट्टू होना: किसी चीज पर बहुत मोहित होना
हृदय पर साँप लोटना: अत्यधिक जलन या ईर्ष्या होना
फूले न समाना: अत्यधिक खुशी होना
मुँह मोड़ लेना: किसी से संबंध तोड़ लेना
मुख खिल जाना: खुशी से चेहरा चमक उठना
न्योछावर कर देना: समर्पित कर देना
Q2. अब इनका प्रयोग करते हुए अपने मन से नए वाक्य बनाइए।
Ans:
वह नई कार देखकर लट्टू हो गया।
उसकी सफलता देखकर मेरे हृदय पर साँप लोट गया।
परीक्षा में अच्छे अंक पाकर वह फूले न समा रहा था।
उसने धोखा देने वाले मित्र से मुँह मोड़ लिया।
पुरस्कार मिलने पर उसका मुख खिल गया।
उसने अपनी सारी संपत्ति गरीबों पर न्योछावर कर दी।
कैसे-कैसे पात्र (Page no. 41)
Q1. इस कहानी में तीन मुख्य पात्र हैं— बाबा भारती, डाकू खड्गसिंह और सुल्तान घोड़ा। इनके गुणों को बताने वाले शब्दों से दिए गए शब्द-चित्रों को पूरा कीजिए।
Ans:
बाबा भारती | डाकू खड्गसिंह | सुल्तान घोड़ा |
---|---|---|
दयालु | बाहुबली | सुंदर |
धार्मिक | निर्दयी | बलवान |
सरल | चालाक | तेज |
पाठ से आगे (Page no. 43)
Q1. सुल्तान की कहानी: मान लीजिए, यह कहानी सुल्तान सुना रहा है। तब कहानी कैसे आगे बढ़ती? स्वयं को सुल्तान के स्थान पर रखकर कहानी बनाइए।
Ans:
मेरा नाम सुल्तान है। मैं एक घोड़ा हूँ और मेरे स्वामी बाबा भारती हैं। बाबा भारती मुझसे बहुत प्रेम करते हैं और मेरी देखभाल में कोई कमी नहीं छोड़ते। एक दिन, खड्गसिंह नाम का डाकू मुझे चुराने आया। उसने चालाकी से बाबा को धोखा देकर मुझे ले जाने की कोशिश की, लेकिन बाबा की ईमानदारी और विश्वास ने उसे बदल दिया। अंततः, खड्गसिंह ने मुझे वापस लौटा दिया। इस घटना ने मुझे सिखाया कि सच्चाई और ईमानदारी हमेशा जीतती है।
मन के भाव (Page no. 43)
Q1. कहानी में से चुनकर कुछ शब्द नीचे दिए गए हैं। बताइए, कहानी में कौन, कब, ऐसा अनुभव कर रहा था।
- चकित: जब बाबा भारती ने देखा कि अपाहिज व्यक्ति घोड़े को लेकर भाग गया।
- प्रसन्नता: जब बाबा भारती को उनका घोड़ा वापस मिल गया।
- अधीर: जब बाबा भारती ने देखा कि उनका प्रिय घोड़ा सुल्तान गायब है।
- करुणा: जब अपाहिज व्यक्ति ने बाबा भारती से मदद मांगी।
- डर: जब बाबा भारती को लगा कि खड्गसिंह उनका घोड़ा चुरा ले जाएगा।
- निराशा: जब बाबा भारती को लगा कि उनका घोड़ा चला गया है।
Q2. आप उपयुक्त भावों को कब-कब अनुभव करते हैं? लिखिए।
Ans:
करुणा: जब मैं किसी गरीब व्यक्ति को देखता हूँ।
आश्चर्य: जब मुझे कोई अप्रत्याशित उपहार मिलता है।
डर: जब मैं अंधेरे में अकेला होता हूँ।
प्रसन्नता: जब मैं अपने दोस्तों के साथ खेलता हूँ।
निराशा: जब मैं परीक्षा में अच्छे अंक नहीं ला पाता हूँ।